बठिंडा में बारिश ने दी गर्मी से राहत, लेकिन जलभराव से लोग मुसीबत में

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बठिंडा, 1 अगस्त (आईएएनएस)। गुरुवार की सुबह से बठिंडा जिले में लगातार हो रही बारिश ने जहां लोगों को पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से राहत दी, वहीं यह बारिश कई इलाकों में आफत बनकर आई। बठिंडा शहर के निचले इलाकों में कई फीट पानी जमा हो गया, जिससे राहगीरों और आम लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

बठिंडा, 1 अगस्त (आईएएनएस)। गुरुवार की सुबह से बठिंडा जिले में लगातार हो रही बारिश ने जहां लोगों को पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से राहत दी, वहीं यह बारिश कई इलाकों में आफत बनकर आई। बठिंडा शहर के निचले इलाकों में कई फीट पानी जमा हो गया, जिससे राहगीरों और आम लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

शहर के प्रमुख इलाके जैसे माल रोड, अमरीक सिंह रोड, सिरकी बाजार, पावर हाउस रोड और मानसा रोड अंडर ब्रिज जलभराव की चपेट में आ गए हैं। इस जलभराव ने नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी है, क्योंकि हाल ही में निगम अधिकारियों ने बठिंडा में बरसात के पानी की निकासी के लिए मुकम्मल प्रबंध करने का दावा किया था। सिरकी बाजार में बिजली की मोटरें बंद होने के कारण बाजार में पानी जमा हो गया, जिससे कारोबारियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम द्वारा पुख्ता प्रबंध न किए जाने के कारण उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है।

दुकानदार घनश्याम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा “सुबह से हो रही भारी बारिश की वजह से कारोबार सारा ठप्प हो गया है। दुकान तक मुझे ही पहुंचने में बहुत ही परेशानी हुई। हमारी परेशानियों को देखने कोई नहीं आया है। हम अपनी परेशानियों से खुद ही जूझ रहे हैं।”

इसके अलावा, बिजली न होने के कारण पानी की मोटरें नहीं चल रही हैं, जिससे जल निकासी नहीं हो पा रही है और शहरवासी परेशान हो रहे हैं। इस बारिश के कारण बठिंडा के प्रजापत कॉलोनी में एक मकान की छत गिर गई। मकान मालिक सुनील कुमार ने बताया कि जब वह अपने परिवार के साथ बाहर थे, तब छत गिरी। उन्होंने कहा, "सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान हुआ है।"

नगर निगम के अधिकारियों के दावों के बावजूद, बठिंडा के नागरिकों को जलभराव और इससे जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस बारिश ने नगर निगम के तैयारी की पोल खोल दी है और लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कब तक उन्हें ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द स्थिति सुधारने की मांग की है ताकि उन्हें राहत मिल सके।

--आईएएनएस

पीएसएम/जीकेटी


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