उत्तराखंड के सोनप्रयाग से एक हजार से अधिक लोगों को निकाला, रेस्क्यू जारी

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रुद्रप्रयाग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। केदारनाथ धाम में बादल फटने के कारण वहां यात्रा करने गए कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जिनको लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। राहत व बचाव कार्य में लगी टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही हैं।

रुद्रप्रयाग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। केदारनाथ धाम में बादल फटने के कारण वहां यात्रा करने गए कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जिनको लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। राहत व बचाव कार्य में लगी टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही हैं।

राहत कार्य में जुटे एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया, "सोनप्रयाग में उनकी एक टीम रेस्क्यू में लगी हुई है। बुधवार की रात मंदाकिनी नदी ओवरफ्लो हो गई थी और बहुत ज्यादा बारिश हुई। इससे यहां का एक मार्ग बंद हो गया। रात में हमने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और दूसरे रास्तों को तलाशा, जिससे यात्री सुरक्षित निकल सकें। अब तक 1079 यात्री निकाले जा चुके हैं। इनमें 34 महिलाएं और 17 बच्चे शामिल हैं। बचाव कार्य सुचारू रूप से लगातार चलाया जा रहा है।"

केदारनाथ यात्रा मार्ग और लिनचोली में कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया जा रहा है। लिंचलोनि, गौरीकुंड पर सोनप्रयाग मे कुछ लोगो के बहने की सूचना है, हालांकि इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है।

सोनप्रयाग पुल के समीप सड़क किनारे स्थित चार से पांच दुकानें बह गई हैं। गौरीकुंड में कई लोगों के फंसने की सूचना है। कुछ जगहों पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने की वजह से यहां से वाहनों को निकालने में मुश्किल हो रही है।

बता दें कि बुधवार को रुद्रप्रयाग में हुई भारी बारिश के बाद केदारनाथ धाम में भीमबली में बादल फटने से लगभग 30 मीटर पैदल मार्ग पूरी तरह नष्ट हो गया है। इस घटना के बाद कई श्रद्धालु केदारनाथ धाम और उसके मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबंधन एवं पुलिस फंसे यात्रियों को पहाड़ियों के बीच अस्थायी रास्ता तैयार करके सुरक्षित स्थानों पर लाने में जुटी है।

--आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी


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