कोलकाता, 16 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के स्कूल भर्ती घोटाले में सीबीआई अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा में इस्तेमाल ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन (ओएमआर) शीट उपलब्ध कराने और संरक्षित करने के लिए जिम्मेदार आउटसोर्स एजेंसी 'एस बसु एंड कंपनी' के कर्मचारियों से पूछताछ शुरू की।
कोलकाता, 16 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के स्कूल भर्ती घोटाले में सीबीआई अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा में इस्तेमाल ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन (ओएमआर) शीट उपलब्ध कराने और संरक्षित करने के लिए जिम्मेदार आउटसोर्स एजेंसी 'एस बसु एंड कंपनी' के कर्मचारियों से पूछताछ शुरू की।
पिछले सप्ताह सीबीआई द्वारा 'एस बसु एंड कंपनी' के दो सर्वरों सहित 36 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
केंद्रीय एजेंसी ने सर्वरों से डिलीट किए गए ओएमआर शीट्स के डेटा रिकवर करने के लिए दोनों सर्वरों को हैदराबाद स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) भेजा है।
सूत्रों ने कहा कि इस बीच आउटसोर्स एजेंसी के कुछ वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों से एक साथ पूछताछ आवश्यक है, ताकि ओएमआर शीट डेटा को नष्ट करने की साजिश का पता लगाया जा सके।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई कर्मचारियों से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि क्या ओएमआर शीट डाटा को केवल डिलीट किया गया था या पहले छेड़छाड़ की गई और फिर बाद में इसे डिलीट कर दिया गया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मंथा की एकल पीठ ने 5 जुलाई को सीबीआई अधिकारियों को ओएमआर शीट डाटा रिकवर करने के लिए स्वतंत्र सॉफ्टवेयर और साइबर विशेषज्ञों की मदद लेने का निर्देश दिया था।
इसके बाद, सीबीआई अधिकारियों ने दो आईटी विशेषज्ञों के साथ पिछले सप्ताह लगातार तीन दिन तक छापेमारी की और दो सर्वरों सहित 36 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए।
इस बीच, 9 जुलाई को पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) के वकील ने न्यायमूर्ति मंथा की पीठ को बताया कि 2017 में लिखित परीक्षा में इस्तेमाल की गई ओएमआर शीट तृणमूल कांग्रेस के विधायक और डब्ल्यूबीबीपीई के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के निर्देश पर नष्ट कर दी गई थी।
--आईएएनएस
एमकेएस/एकेजे